कमाल हैं ना.... आंखें तालाब नहीं, फिर भी भर आती हैं.... दिल कांच नहीं, फिर भी टूट जाता हैं.... इंसान मौसम नही, फिर भी बदल जाता हैं..... ©JP Lines #कमाल_है