वो बेटी थी भारत की , तुम्हारे लिए मात्र लाश जलाने वाले जितने थे, बचाने वाले होते काश जल रही थी बेटी... भारत जलते देखा हमने न्याय हो सजा मिले , सबूत मिटाए जिस जिसने आह ऐसा अंतिम संस्कार, ये भी था एक बलात्कार अन्तिम व्यक्ति कब तक और किस हद तक रहेगा लाचार बेटियों बंट कर मत सोचो. हर बेटी भारत की बेटी हो अमीर हो गरीब हो , क्या बड़ी क्या छोटी हो समझो दर्द चीख पुकार , छीन लो अपने अधिकार पापी का घमंड मिटे , मेटे देश का अंधकार सरकारें जो सुरनक्षा नही दे सकतीं , अपनी खुद फौज बना लो नाक नाथ दो जो आवारा हैं. उनके लिए हौज बना लो चाकू छुरी पिस्तौलें रख लो अत्याचारी बलत्कार मारो ज्यों ज्यों घूर कर देखे त्यों त्यों राक्षस व्यभिचारी मारो ©Mansi Singh #Rape #Mood #gussa #hatrashrapecase #society #humanity