बचपन और शैतानी ____€€ जब आती बारिशें निहाल हो जाते तन के उतार देते कपड़े, कभी रिमझिम तो, कभी फुहार हो जाते आकाश में पतंगे चढ़ाते अरे कभी लूट लेते, कभी लुट जाते1 #bachpan कभी लूट लेते, कभी लुट जाते