तब खटकती-सी आवाज़ वह- जब दूर जाती-सी लगी लगने बहुत जहीन ! लगा कहने दिल- बहुत हसीन ! यही वो आवाज़ गुमशुदा कि जुस्तुजू जिसकी की ताउम्र? हां, बीते जनम कई तलाश में जिसके मगर सुन... तुम चली गई पर पुरसुकून सा आलम तो यह भी फिर तू, क्यों देती है दस्तक! तुम चली गई पर... #Manas_pratyay ©river_of_thoughts #तुम_चली_गई_पर