बेख़याली का बो मंजर , लहरों का भरा बो समंदर।। रात बीती है, सून सान रहो पर, कोसिशे हज़ारों करता रहा उसके दिल पर पत्थर का दिल लोहे का खंजर , चुभता रहा मेरे दिल पर ।। #sadlife