आशुओँ की स्याही और ग़मे हालात को कलम बनाकर मैंने कुछ यूं अपना दर्दे ग़म बयान किया... गौर फरमाइयेगा "दर्द भी अपना था, ओर दर्द देने वाला भी अपना था शिकायते करते भी तो किस से ओर शिकायते करते भी तो किस से क्योंकि जिसे समझें बैठे थे हम अपना वो हकीकत नहीं वो हमारा एक हसीन सपना था" @heart break shayri...VS