**जब दौर काग़ज़ी था तो *सालो* *तक खातों मैं जिंदा रहती थी मोहब्बत* *साहब* *आज के दौर मैं उंगलियों से मिटा दी जाती है उम्र भर की यादें*** Aakash **जब दौर काग़ज़ी था तो *सालो* *तक खातों मैं जिंदा रहती थी मोहब्बत* *साहब* *आज के दौर मैं उंगलियों से मिटा दी जाती है उम्र भर की यादें*** #reading