#शुभरात्री. न जाने क्यूँ मुझे उस से ही ख़ौफ़ लगता है , मेरे लिए जो ज़माने को छोड़ आया है . अँधेरी शब के हवालों में उस को रक्खा है ,, जो सारे शहर की नींदें उड़ा के सोया है .. #महोदय #वसीम #बरेलवी #जी . #शुभरात्री . 💓💓💓💓💓💓💓💓