#5LinePoetry पल्लव की डायरी ढलना उम्र का तकाजा है खिलके जबानी बुढ़ापा आना है किससे बाँधी जीवन की डोर सच्चा प्यार और गठबंधन बनाया है उसका सहारा लेकर अंत तक निभाना है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #5LinePoetry ढलना उम्र का तकाजा है #5LinePoetry