*नन्हा परिंदा* माना कि हूँ मैं इक नन्हा परिंदा मगर उम्मीदें पक्का रखता हूँ छोटे है अभी पर मेरे मगर दम जरूर रखता हूँ | अनवरत गति से उड़ता मैं रब पर यकीन कर चलता मैं छोड़ दूं हार के डर से मैदान डरपोक परिंदा नहीं हूँ मैं | यत्नों की तीरें और प्रयत्नों की कमान जिंदा रखता हूँ घायल तो हर एक परिंदा है यहां मगर मैं उड़ने हौसला जिंदा रखता हूँ नहीं समझना डरपोक मुझे बदल दूं मैं जिंदगी की परिभाषा है मुझे अपने मंजिल की अभिलाषा मिले ना मंजिल अगर मुझे तरीके रफ्तार बदलने की है आशा.... 🪶✍️(नन्हा परिंदा) ♥️🥰🥀 ©Raghvendra Sinha #नन्हा #पंछी #पंख