चाहे जितना भी कर लो प्यार, "हमेशा कम ही लगता है"। कुछ भी कर लो इन्तेलज़मात मग़र, घाव बड़ा गहरा सा लगता है। ख्वाहिशे अधुरी रह जाती है यहाँ, उन तमन्नाओं कि तरह, बेपनाह इश्क़ भी जहाँ, अधूरा सा लगता है। दिल को न जाने क्यों, हमेशा कम ही लगता है। #कमलगताहै चाहे जितना भी कर लो प्यार, "हमेशा कम ही लगता है"। कुछ भी कर लो इन्तेलज़मात मग़र, घाव बड़ा गहरा सा लगता है। ख्वाहिशे अधुरे रह जाती है यहाँ,