भावुक तुम समझी नहीं, कैसा ये संसार । टुकडे टुकडे तुम हुईं ,टुकडे टुकडे प्यार ।। ओ बहनो ! तुम हो मणि दुनिया जैसे कांच । सौदा जीवन का करें ,एक एक गुन बांच।। ©Kiran Purohit भावुक तुम समझी नहीं, कैसा ये संसार । टुकडे टुकडे तुम हुईं ,टुकडे टुकडे प्यार ।। ओ बहनो तुम हो मणि ,दुनिया जैसे कांच । सौदा जीवन का करें ,एक एक गुन बांच ।। _____किरन पुरोहित हिमपुत्री #Stoprape #Murder #Women #stopacidattack #girls #Girlslife