तेरे इश्क से इस कदर गुजरने लगा हूं उम्र नहीं मरने की पर तुझपे मरने लगा हूं आईना देखने की अब मुझे जरूरत नहीं घर की दीवार देख मैं सजने संवरने लगा हूं ©KaviRaj bhatapara #OneSeason