भारतवर्ष की एकता अखंडता संप्रभुता भिन्नता में भी एक सब धर्मों की समानता सबका सम्मान शांति के रूप से पर्याप्त विद्यमान है,
पर भारतीयों को जितनी शांति प्रिय है उससे कई गुना मातृभूमि,
सर कट गए पर झुकने नहीं दिया
पंडित बन शांति का संदेश है, शत्रु का काल बन शास्त्रों के ज्ञाता।
भारत माता की जय,
जय हिंद जय हिंद की सेना
#yourquotebaba shayari poetry #lovequotes#yqdidi#yqtales#yourquote#IndianArmy
Please give your precious comments and suggestions