जीवन अवसर है प्रतिदिन है प्रतिपल है अपूर्व है अनन्य है अजेय है अदम्य है जो मिला तो चूको क्यों पथ से आँखे मिचो क्यों प्रवक्ता यह अविचल है जीवन अवसर है प्रतिदिन है प्रतिपल है अवसर स्वाभिमान का स्वप्न की उड़ान का विधाता की रचना में सृष्टा की संरचना में निनाद सत्य अविरल है जीवन अवसर है प्रतिदिन है प्रतिपल है जीवन अवसर है प्रतिदिन है प्रतिपल है -उज्ज्वला(परछाईं) #अवसर