पारस जैसा परस तुम्हारा कलरव सा है हरष तुम्हारा आँखें तेरी मथुरा-काशी बृन्दावन है दरश तुम्हारा @धर्मेन्द्र तिजोरीवाले "आज़ाद" #बृन्दावन है दरश तुम्हारा