चल दिए हम साथ में जहाँ भीगे बारिश भी बरसात में नहीं परवाह मुझे मंजिलो के मिलने की बस एक तू मिल जाए हमसफ़र साथ में समेट लूँ खुद को दुनियां से यूँ जैसे था में हमेसा तेरे पास में थोड़ी देर सा आया तो क्या आज तो है मेरा हाथ तेरे हाथ में सुप्रभात। उस तरफ़ किस तरफ़ मन की तरफ़। #उसतरफ़ #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi