#MessageOfTheDay 30 मार्च 2020 सुबह-सवेरे मेरी आँख खुली तो सामने ग़ज़ब दृश्य था। बकरियों के बीच ज़मीन पर रामा लेटा पड़ा सो रहा था और बकरियाँ मिमियाते हुए उसका मुँह चाट रही थीं। रात को हम शराब पीकर नशे में ढेर हो गए थे। रात को कुछ खाया न था, इसलिए सुबह-सुबह बहुत ज़ोरों की भूख लगी थी। परंतु चूल्हे पर चढ़ाया गया खारी-भात का पतीला ग़ायब था। बहुत ढूँढ़ने पर वह क़रीब दो सौ मीटर दूर एक खड्डे में पड़ा मिला। हुआ यूँ था कि हमारे नशे में ढेर हो जाने पर भूखे कुत्तों ने उसे झपट लिया था और कुत्ते भात खाने की आपसी छीना-झपटी में उसे दूर खड्डे तक ले आए थे। मैंने दो बकरियाँ दुहकर लौटे भर दूध से अपनी क्षुधा शांत की और रामा को यूँ ही सोया पड़ा छोड़कर अपने डेरे आ गया। ~•~ ©Dřěěm Bøýē my first blog #Messageoftheday