#OpenPoetry जब जब बाते नहीं होती ! यादे तो मेरे पास होती है, पर वो मेरे साथ नहीं होती ! दूर उनसे काफी में, पर अब मेरी भी आँखे नहीं रोती! कोइ पुछे तो कह देना अब उनसे बाते ही नहीं होती! भर लेते है पन्ने, कभी कभी उनकी यादो मे! पर खुद से भी अब बाते नहीं होती, जाग लेते है रात रात भर अकेले, खुली आँख तो जल्दी राते नहीं होती!! #OpenPoetry पर अब बाते भी होती है और छोटी राते भी होती है