सुन सखी न शब्द मेरे पास तुम्हें दिलासा देने को सिवाए दिल में पीड़ा के, न अपशब्द ही मेरे पास उन दरिंदों के लिए सिवाए नफरत के, पर एक दुआ अवश्य है आप दोंनों के लिए, कि भग्वान तुम्हारी आत्मा को दूसरा शरीर दें वो भी उनकी ही सुंदर से सुंदर बेटि के रुप के, फिर उन्हें एहसास हो कि लड़की क्या मायने रखती है यां उसकी इज्जत ही।। ©Miss poojanshi #justice#justiceForRabiya