Tunnel उम्मीद तो कभी मैने खुद से भी ना रखी, ना ही कभी कोई सहारा ढूँढ़ा हैं। बेफ़िक्र सा चला जा रहा हूं, आज मे जी रहा हूँ, कल को भुला रहा हूं। बंधनो मे बन्ध कर रह नही सकता, सभी बन्धनो से अब रिश्ता छुड़ा रहा हूँ । नही बनना मुझे सहारा किसीका, नही कोई किनारा होना चाहता हूं मैं। बस खुद की तलाश मे निकला हूँ, खुद को पाना चाहता हूं मैं। सबको अपनाकर देख लिया, सबसे रिश्ता निभाकर देख लिया। मुझसे जुड़ी उम्मीदों से जुड़े हर रिश्ते, हर बन्धन से, अब खुद को आजाद करना चाहता हूं मै । अब बस खुद से किया खुद का ही वो वादा निभाना चाहता हूं मैं, हां खुद को पाकर, खुद मे खोकर, खुद का ही होना चाहता हूं मैं। आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan उम्मीद तो कभी मैने खुद से भी ना रखी, ना ही कभी कोई सहारा ढूँढ़ा हैं। बेफ़िक्र सा चला जा रहा हूं, आज मे जी रहा हूँ, कल को भुला रहा हूं। बंधनो मे बन्ध कर रह नही सकता, सभी बन्धनो से अब रिश्ता छुड़ा रहा हूँ ।