दिल-ए-हस़रत उस दिन मेरी पूरी हो जाएँ ग़र पयाम-ए-बक़ा खुद़ा कबूल कर जाएँ मेरे महब़ूब तूँ लोट मेरी जिन्द़गी में आये डर है ख़ुशी में ये दिल फ़ना ना हो जाएँ ।। #बक़ा #कोराकाग़ज़ #उर्दुकीपाठशाला #कोरे_काग़ज़_पर_मस्ती #ख़ुशी #खुद़ा #हस़रत