अफसोस के आज ये अल्फ़ाज़ समज नही पाते, वक़्त रहते होगा ऐसा की एहसास भी समज नही पाते, लोग पास रहके भी इंसान पहचान नही पाते, कुछ होते है ऐसे के दूर होके भी डोर ऐसी बांध जाते कितना भी करो आप छोड़ नही पाते। #नादान #ये_दूरियां #ये_नज़दीकियां #ये_एहसास #वह_अल्फ़ाज़