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अँधेरी रात  में  ... धुंधली  मोमबत्ती  का  प्रकाश 

अँधेरी रात  में  ... धुंधली  मोमबत्ती  का  प्रकाश  लगती  है  

सच  का  जीता  जागता  ... हमारी  पुरजोर  इंसानियत  का  जवाब    लगती हैं  ....

ज्यों  धुप  अँधेरे  में  कही  खो  सा  जाता  है  सहर ...कुछ  वैसे  एहसास  सी  लगती  है . 

ये  होती  तो  हैं  बहुत  पेचीदा  ,बड़ी  उलझी     पर  फिर  भी  मन  को  सुलझा  जाती  हैं ...

सच्ची  और  वफादार  सी  लगती  हैं  

ये  तन्हाईयाँ  बेहद  ईमानदार  सी  लगती  हैं   Tanhaaiyon ki Parakh. by Amit Tiwari
अँधेरी रात  में  ... धुंधली  मोमबत्ती  का  प्रकाश  लगती  है  

सच  का  जीता  जागता  ... हमारी  पुरजोर  इंसानियत  का  जवाब    लगती हैं  ....

ज्यों  धुप  अँधेरे  में  कही  खो  सा  जाता  है  सहर ...कुछ  वैसे  एहसास  सी  लगती  है . 

ये  होती  तो  हैं  बहुत  पेचीदा  ,बड़ी  उलझी     पर  फिर  भी  मन  को  सुलझा  जाती  हैं ...
अँधेरी रात  में  ... धुंधली  मोमबत्ती  का  प्रकाश  लगती  है  

सच  का  जीता  जागता  ... हमारी  पुरजोर  इंसानियत  का  जवाब    लगती हैं  ....

ज्यों  धुप  अँधेरे  में  कही  खो  सा  जाता  है  सहर ...कुछ  वैसे  एहसास  सी  लगती  है . 

ये  होती  तो  हैं  बहुत  पेचीदा  ,बड़ी  उलझी     पर  फिर  भी  मन  को  सुलझा  जाती  हैं ...

सच्ची  और  वफादार  सी  लगती  हैं  

ये  तन्हाईयाँ  बेहद  ईमानदार  सी  लगती  हैं   Tanhaaiyon ki Parakh. by Amit Tiwari
अँधेरी रात  में  ... धुंधली  मोमबत्ती  का  प्रकाश  लगती  है  

सच  का  जीता  जागता  ... हमारी  पुरजोर  इंसानियत  का  जवाब    लगती हैं  ....

ज्यों  धुप  अँधेरे  में  कही  खो  सा  जाता  है  सहर ...कुछ  वैसे  एहसास  सी  लगती  है . 

ये  होती  तो  हैं  बहुत  पेचीदा  ,बड़ी  उलझी     पर  फिर  भी  मन  को  सुलझा  जाती  हैं ...
amittiwari3681

Amit Tiwari

Bronze Star
New Creator

Tanhaaiyon ki Parakh. by Amit Tiwari अँधेरी रात  में  ... धुंधली  मोमबत्ती  का  प्रकाश  लगती  है   सच  का  जीता  जागता  ... हमारी  पुरजोर  इंसानियत  का  जवाब    लगती हैं  .... ज्यों  धुप  अँधेरे  में  कही  खो  सा  जाता  है  सहर ...कुछ  वैसे  एहसास  सी  लगती  है .  ये  होती  तो  हैं  बहुत  पेचीदा  ,बड़ी  उलझी     पर  फिर  भी  मन  को  सुलझा  जाती  हैं ...