अकेला हूं लाखों की भीड़ में लगाऐ बैठा हूं आस मैं तु आयेगा जी रहा हूं इस उम्मीद में तु आयेगा ,पर न आयेगा लड जाता हूं अपने दिल से इस बात को लेकर पा ना सको जिसे क्यों अडा है उसे पाने की जिद में akela Hoon lakho mein