मोहब्बत चाही तो बेशक की मैंने साथ चाहा तो वह भी दिया मैंने नहीं मंज़ूर था कि मिलूँ किसी और से तो कह देते मेरी वफ़ाओं का ये कैसा सिला दिया तुमने. ©Shiv Narayan Saxena कैसा सिला दिया तुमने..... #crimestory