हा पत्थर दिल हूं मैं, मगर तुम कौन-सा मोम के बनें हो। जब छोड़ा था तुमने कभी मजबूरी बता कर जब पुजा था मैंने कभी हाफ़िज़ समझ कर, अब हमने भी छोड़ दिया काफ़िर समझ कर। #Nutankanak #Nojoto