अच्छी सूरत को संवरने की ज़ुरूरत क्या है सादगी में भी कायामत की अदा होती है और तुम जो आ जाते हो मस्ज़िद में अदा करने नमाज़, हमको मालूम है कितनों की कज़ा होती है। कहना गलत गलत तो छिपाना सही सही। सूचित किया जाता है की अब हम स्वयम नोजोतो पे पधार चुके हैं मिलिए एक नायब सख्शियत प्रीत के सात😁😁😁😁 lagta h thoda jada fek diya apne bare me hee hee hee chal koi nahi honda e #leftalone