गणेश वंदना अभिनंदन प्रभुजी तेरा वंदन मातृभक्त, क्षिप्रा,पार्वतीनंदऩ़ तुम प्रथम पूज्य आज्ञापालक देवादेव , गजानन,गणनायक़ भीम, तरुण, हरिंद्र, विनायक देवव्रत,कीर्ति, सिद्धिविनायक़ वरप्रद, भूपति, वरदविनायक़ रुद्रप्रिय़, क्षेमंकरी,शशिवर्णक़ बुद्धिनाथ,लम्बकर्ण़, लम्बोदर सिद्धिदाता,धूम्रवर्ण़, प्रथमेश्वऱ़ मूषक वाहन,महाबल, महेश्वर विघ्नराज़, ईशानपुत्रं,एकाक्षर मृत्युंजय,मंगलमूर्ति, यशस्कऱ़ विद्यावारिधि,बुद्धिप्रिय़,ऊंकार एकदंत प्रभु ,चतुर्भुज,गदाधर तुम्हीं स्वरुप,विश्वमुख़,द्वैमातुऱ़ कपिल,कवीश़, हेरंब,विघ्नहऱ़ विकट,अमित, प्रमोद,पीतांबर रक्त,सिद्धान्थ़,गुणिऩ़,कृपाकऱ़ विघ्न हरिएं सबके हे विघ्नेश्वऱ राजीव भारती ©Rajiv Ranjan Verma #ganesha # कविता # राजीव भारती