क्यूं ना कुछ नया कर के देखा जाए दोस्त की एक नई कहानी का दौर करके क्या होता होगा अकेले दरख़्तों का ख़ुद को भी तन्हा कर के देखा जाए ख़्वाब जो देखें हैं मेरी आंखों ने क्यूं ना उन्हें पूरा कर के देखा जाए ख़ुद अपनी नज़र ना लग जाए मुझे आईने से पर्दा कर के देखा जाए मैं ख़्वाब में खो कर कहां जाता हूं इक रोज़ पीछा कर के देखा जाए #एक_गुलनार #शायरी #कविता #शायर #लाइफ #जिंदादिली #लवआजकल