Nojoto: Largest Storytelling Platform

तलबदारों की कतार ज़रा लम्बी थी, तेरे दर पर, ज़रा इ

तलबदारों की कतार ज़रा लम्बी थी, तेरे दर पर,
ज़रा इज़हार कुछ वक्त पहले कर लिया होता,
न मैं तड़पता रज़ामंदी की उलझन में, दिन रात दिलबर,
न तेरा इंतजार नकारा होता।। ।। तुम जो होते तो..।।

हर तरफ़ आलम-ए-तन्हाई का न नज़ारा होता,
हाँ,,, तुम जो होते तो ज़िक्र सिर्फ़ तुम्हारा होता।
राह-ए-ज़िन्दगी में कई साथी मिले और छूटे भी,
ग़म-कश न बनते ग़र तुम्हारा मिला सहरा होता!

© Sasmita Nayak
तलबदारों की कतार ज़रा लम्बी थी, तेरे दर पर,
ज़रा इज़हार कुछ वक्त पहले कर लिया होता,
न मैं तड़पता रज़ामंदी की उलझन में, दिन रात दिलबर,
न तेरा इंतजार नकारा होता।। ।। तुम जो होते तो..।।

हर तरफ़ आलम-ए-तन्हाई का न नज़ारा होता,
हाँ,,, तुम जो होते तो ज़िक्र सिर्फ़ तुम्हारा होता।
राह-ए-ज़िन्दगी में कई साथी मिले और छूटे भी,
ग़म-कश न बनते ग़र तुम्हारा मिला सहरा होता!

© Sasmita Nayak
sitalakshmi6065

Sita Prasad

Bronze Star
Growing Creator

।। तुम जो होते तो..।। हर तरफ़ आलम-ए-तन्हाई का न नज़ारा होता, हाँ,,, तुम जो होते तो ज़िक्र सिर्फ़ तुम्हारा होता। राह-ए-ज़िन्दगी में कई साथी मिले और छूटे भी, ग़म-कश न बनते ग़र तुम्हारा मिला सहरा होता! © Sasmita Nayak #yqdidi #YourQuoteAndMine #bestyqhindiquotes #restzone #rzhindi #rzलेखकसमूह #rztask197 #mitalovequotes