Conservation प्रकृति का अनमोल खजाना। नहीं संभाला गया हमसे कुछ मुफ्त में मिला इसलिए कद्र नहीं जितना मिला उसमें सब्र नहीं ख़ुद की कमाई के लिए लड़ना जो मिला उपहार प्रकृति से हमें उसके लिए हमें कुछ नहीं करना ये हम सबको कितना कुछ देते हैं बदले में हमसे कुछ नहीं लेते हैं दिया हमें उसका उपकार चुकाना प्रकृति का अनमोल खजाना ©Chandrawati Murlidhar Sharma अनमोल खजाना #ConservationDay