क्या गुजरी होगी लड़की पर, कितने दर्द सहे होंगे, जिस पल वे नामर्द दरिंदे, ज़लालत कर रहे होंगे। मुझे न मारो मुझे छोड़ दो, ढेरों बार कहा होगा, तन से लहू आँख से आँसू, कितना वहाँ बहा होगा। दी होगी आवाज़ पिता को, माँ को याद करी होगी, काँपा होगा बदन समूचा, ढेरों चीख भरी होगी। सोचो कितना रोई होगी, जब वो देह जला होगा #प्रियंका