हकीकत ना सही तू ख्वाब बनकर ही मिला तो कर, भटके हुए मुसाफिर को चांदनी रात बनकर ही मिला तो कर। तड़पता हुआ प्यासा एक ज़मीन का कतरा हूं मैं, बरस्ते हुए बरिश की तरह ही कभी मुझे भीगोया तो कर। ©Shivam Mallick #barish #musafir #katra #Haqiqat #khwaab #zameen #Chand #Drops