तू कहती नहीं, पर मालूम है, तुझे भी दुखता है ! तू बोलती नहीं, पर मालूम है, तुझे भी फ़र्क पड़ता है ! टूटा नहीं, छूटा है, ये रिश्ता, तेरा मेरा... एक फांस की तरह, कुछ रह गया है कहीं, जो दिखता तो नहीं, पर रह रह कर चुभता है ! pain remains