एक मोती जो मेरी आंख के खुलने पे गिरा, बंद आंखों में समंदर था वो,सहरा की क़सम। दिल से जज़्बात निचोड़ा लिया आंखों से लहू, वरना मुमकिन न था लिख पाता कोई तुझपे नज़म। #yqaliem #chasmetar #jazbaat #lahu