मैं अंधेरा हूं.....
उतरने का खयाल मेरे दिल में कभी तुम लाना मत।
मैं अंधेरा हूं कभी दीपक जलाना मत।
वो रौशनी की चाह रखने वालों,
खुदा का वास्ता अंधेरों के पास तुम आना मत।
नहीं हूं आसमान धुआं हूं मैं,
जला है किसी का जिस्म तब हुआ हूं मैं। #कविता#pyaarimaa