आखिर कब तक दर्द ज़ब्त करेगा एक न एक दिन आंखों से अश्क़ बनकर बहेगा चुप रहने को अब न कहो इसे नासूर बन गया अगर उम्र भर दुखेगा #life #aakhirkabtak #dard #zabt