खुशबू काफ़ी है तेरी मोहब्बत में.. यूहीं ऐतबार आ जाता है कांटे भी हे मगर खुशबू से वापस लौटा नहीं जाता है.. समंदर से भी गहरी तेरी ये मोहब्बत गुलाब बन कर मुझ तक लौट ही आता है..! usha... ✍ #nazdikiyaan