धुएँ ने सिगरेट से कहा, इंसान तेरी मोहब्बत में, क्यों जीता है। सिगरेट कुछ रुकी, हँसी और, बोली कि ऐ! मेरे नादाँ दोस्त ! मुझसे मोहब्बत करके, भला कौन जीता है। ©Shivam Tomar #नशे की यारी, पड़ेगी भारी । #worldnotobaccoday