वक़्त ने मुझे आज इस मोड़ पर लाया है की जिसे जान से ज्यादा चाहा आज उसी ने बेगाना बनाया है जिसकी खातिर हमनें छोड़ दिया जहाँ सारा उसी ने आज अपनों की खातिर मुझे पराया बनाया है आज मस्तक झुकाए बैठे हैं तेरे दर पर तो तुझे मेरी फिकर नहीं होती कल दूर हो गए जो तुझसे तो तेरे आँखों में सिर्फ आँसू होगी फिर मैं कभी ना मिल पाउँगा तुझे रोती फ़िरोगी जब देखोगी औरों की बाहों में मुझे अब भी कुछ दिनों का वक़्त है सम्भल जाओ गर है मुझसे मोहब्बत तो मुझे अपनाओ ©Shayar Samar S M मोहब्बत मुझसे #Moon