आप कैसे समझेंगे उस रिश्ते को जिस रिश्ते मे प्रेमी ही भक्षक हो जहाँ विश्वाश नग्न होकर नतमस्तक हो जहाँ प्रेमी ही प्रेमिका का भक्षक हो आप कहेंगे इसमे क्या बात है ये बलात्कार नही आपसी सह संबंधी की बात है पर बात है इसमे बहुत बड़ी क्योकि लड़की थी न के साथ खड़ी लड़की ने साफ साफ शब्दों मे मना किया इसके बावजूद लड़के ने अपना मन बना लिया आखिर उसने दिखा दिया वो क्या कर सकता है एक बलात्कारी आखिर बलात्कार ही कर सकता है अब वो लड़की किसी को क्या बताएगी कि किसने उसका बलात्कार किया है उसने जिसका हाथ पकड़कर वो घुमा करती थी जिसके बारे मे वो दूसरों से प्यारे शब्द बयां करती थी बलात्कार का प्रकार नही होता है बलात्कार, बलात्कार होता है वो अजनबी करे या फिर प्रेमी हर कोई सजा का हकदार होता है जब कोई आम बलात्कार सुनाई पड़ता है कानों मे हम दौड़ पड़ते है साथ खड़े होने के लिए अपने मकानों से ऐसी स्थिति को भी समझे आप आगे बढे और साथ खड़े रहे ऐसे लोगो के साथ हम समझते क्यों नही की उसका प्रेमी बन जाने से उसके साथ घूमने फिरने समय बिताने से उसके स्वामीत्व पर हमारा अधिकार नही होता उसके न बोलने पर भी आप न सुने ये प्यार नही होता –Vikas Gupta ©Vikas Gupta #worldpostday