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#वाणी_की_शक्ति- वाणी ही जोड़ती है और वाणी ही तोड़त

#वाणी_की_शक्ति- वाणी ही जोड़ती है और वाणी ही तोड़ती है। इसीलिए वाणी को वशीकरण मंत्र कहा गया है। वैचारिक मतभेद आपसी झगड़े का कारण शायद ही बनता हो, पर वाणी की कठोरता और टोन सारे झगड़ों की जड़ होते हैं। द्रौपदी की जुबान से तीर की तरह निकले शब्दों के बाण थे- 'अंधे का पुत्र अंधा'। बस मच गई थी महाभारत, मात्र चार शब्दों की अभिव्यक्ति से।
परिवारों में क्लेश और विवाद का मुख्य कारण जुबान ही है। अतः हमें अच्छी तरह सोच-समझकर ही बोलना चाहिए। अफसोस तो यह है कि आदमी जीवन भर बोलता है, पर बोलना नहीं सीख पाता।

©Prince Maddeshiya
  🍁🍁जय श्री राम🙏🙏🙏

🍁🍁जय श्री राम🙏🙏🙏 #विचार #वाणी_की_शक्ति

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