कोई रोक ना पाए ऐसा तूफ़ान है वो समुद्र की लहरों सा उफ़ान है वो ना दबेंगी गर्दीशें,दबाने से किसी के युवा इस देश के दीवाने हैं इसी के रोता चेहरा भी खिल उठे,देख कर जिसकी सूरत को जा कर देख आज घर-घर में,लोग पूजते हैं इस मूरत को ऐ विरोधी,तू आ, मग़र, ज़रा सोच समझ पड़ चक्कर में ज़रा हम भी तो देखें,कौन है, जो पड़े "शेर"की टक्कर में खुल कर उनको आगाज़ है,जिनको ख़ुद पर नाज है दीवाने हम युवा,"सचिन के",उसी के सर पर ताज है युवा देश की आन है वो,नवीन भारत की पहचान है वो औऱ पायलट है नाम जिसका,सर्व जाति की शान है वो ©नरेश कुमार #pailot