कुछ नहीं मांगता तुझसे हे भगवान, दे इतना आशीर्वाद करू माता पिता का सम्मान बनाऊ उनके दिए संस्कारो को अपना मान,न हो मुझसे ऐसी भूल की हो वो बदनाम रहे उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे सर पर, ना आने दू आंच में कभी उन पर ज़िन्दगी प्रेम की लहर में ऐसे ही बीत जाए,करना पड़े रुकसत अपने मा बाप को ऐसा दिन मेरी ज़िन्दगी में ना आए। कवि - मोहित पाल #forparents