शकुनि गांधार नरेश सुबाल और मां सुधर्मा का सपूत बहन गांधारी का भाई था विलक्षण बुद्धि साथ लिए द्रुतक्रीड़ा में माहिर छल कपट की राह पर चलता था चौसर खेल में पारंगत पासों को पिता की हड्डियों से बनवाकर गुलाम बनाया था शकुनि के मन में अपने परिवार के अंत को देखकर प्रतिशोध की तीव्र ज्वाला थी शकुनि के विश्वास पूर्ण कार्यों के चलते दुर्योधन ने उसको अपना मंत्री बनाया था पांडवों के विरुद्ध षड्यंत्र करके धृतराष्ट्र को हस्तिनापुर का राजा बनवाया था दुर्योधन को पांडवों के खिलाफ भड़काया और महाभारत की नींव रखवाया था लाक्षागृह षड्यंत्र रचाया पांडवों का विनाश करने की दुर्योधन को सलाह दी थी दुर्योधन के मन में पांडवों के प्रति बैरभाव भर कर सत्ता का लोलुप बनाया था पासों पर उसका पूर्ण स्वामित्व था और अंक पूर्व निर्धारित लाने में सक्षम था दुर्योधन की बेइज्जती का बदला लेने के लिए शकुनि ने चौसर का खेल रचा था पहले जिताया पांडवों को फिर धीरे-धीरे सब कुछ उनका उनसे छीन लिया था द्रौपदी को भी पांडव जब हार गए दु:शासन ने चीर हरण का प्रयास किया था शकुनी ने हीं कौरवों को भड़काकर पांडवों से महाभारत का युद्ध करवाया था कौरवों के वंश का नाश पांडवों से करा कर अपना प्रतिशोध पूरा किया था महाभारत के युद्ध के अंत में सहदेव के हाथों लड़कर खुद भी मारा गया था शकुनि का नाम इतिहास के पन्ने के सिवा संसार में कोई कहीं दूसरा न मिलेगा। #shakunikepase #congratulations #good #writer #yqbaba #yqdidi Thankyou Disha Singha sakhi for this beautiful image... And if you have any images related to the competition you can tag me in a private quote... Thank you disha sakhi...