उसकी आंखों में पढ़ा था मैंने जो वो जुंबा से कह ना सका। प्यार का वो अनकहा लम्हा उम्रभर के लिए याद रह गया। अपनी आंखों में सजा लिया मैंने वो हसी न भूलनेवाला चेहरा। अपने हृदय में बसा लिया मैंने उन आंखों की महकती खुशबू को। इस तरह हो जाए शायद जिंदगी का लम्बा सफर आसान। ©Nilam Agarwalla #उसकी_आंखे