{अधूरा स्वप्न} इन अंधियारी राहो पर, सन्नाटे के पहरे है, कौन जाने इन अंधयारी राहो पर? कितने गहरे गढ्ढे ठहरे है? इन अंधियारी राहों पर, स्वप्न अधूरा रहता है, स्वप्न अधूरा रहता है । By✍️ Rajesh Rj #Night ऊषा माथुर Somesh Jha Mahima Kashyap