फिर आज हालात ने कमज़ोर कर दिया फिर हसिं ने मेरी गली को छोर दिया लेकिन कब तक बगल मे गम का आशियाना है कल फिर से मुस्कुराहात को लौट आना है हा तु जीत ज़रूर जाती है इस खेल मे तेरे जाल मे फस कर हो जाता फेल मैं लेकिन उस सफल एहसास का मजा तभी आना है जब 100 मायुशी को चख के तुझे गले लगाना है आखिर कब तक तु मुझे हरा पायेगी कब तक मेरे मंजील के बीच आयेगी पल भर मे तेरे वजूद को चूर चूर हो जाना है बस कुछ वक़्त और ठहर क्यूँकी अब आना अपना जमाना है #hope #Umeed #Positiveness