दिल की राहत सजदे में तेरे सर झुकता है मेरा, तेरी इबादत बन गई है मेरे जीने की वज़ह तेरे होने से ही साँसे चलती हैं मेरी, तू ही तू दिखता है मुझको हर जगह तेरी चाहत ने ज़िंदगी मेरी बदल डाली, ख़ुद को नया सा मैं महसूस करती हूँ चहकती रहती हूँ मैं खुश होकर, अकेले में मैं ख़ुद से बातें करती हूँ मेरी रग-रग में अब बहता है तेरा प्यार, मेरी मुस्कान का कारण है सिर्फ़ तू इक सुकून सा महसूस करने लगी हूँ मैं, मेरे बेचैन दिल की राहत है तू दिल की राहत सजदे में तेरे सर झुकता है मेरा, तेरी इबादत बन गई है मेरे जीने की वज़ह तेरे होने से ही साँसे चलती हैं मेरी, तू ही तू दिखता है मुझको हर जगह तेरी चाहत ने ज़िंदगी मेरी बदल डाली,